Wednesday, December 26, 2007

उत्तराखण्ड आन्दोलन के प्रमुख नारे


"जय भारत! जय उत्तराखण्ड!!"

"लड़ के लेंगे, भिड़ के लेंगे, ले के रहेंगे, उत्तराखण्ड"

"मडुवा-झंगोरा खायेंगे, उत्तराखण्ड बनायेंगे"

"उत्तराखण्ड राज्य हमारा जन्मसिद्द अधिकार है"

"एक ही नारा, एक ही जंग, उत्तराखण्ड-उत्तराखण्ड"

"आज दो, अभी दो, उत्तराखण्ड राज्य दो"

"उत्तराखण्ड ने अब ठानी है, गैरसैंण राजधानी है"

"नही होता फैसला जब तक, जंग हमारी जारी है"
आज के परिप्रेक्ष्य में कुछ नारे
"पानी रोको, जवानी रोको, उत्तराखण्ड की बर्बादी रोको"
"ना भाबर, ना सैंण, राजधानी सिर्फ गैरसैंण"
"उत्तराखण्ड ने अब ठानी है, सिर्फ गैरसैंण राजधानी है"
"प्रश्न यह नही है कि जिम्मेदारी कौन ओढता है,प्रश्न यह है कि हवाओ का रुख कौन मोडता है,हम सब एक लम्बे इन्तजार मे बैठे है,और बैठे रहने से कुछ नही होता!
"ना भाबर ना सैण, राजधानी सिर्फ गैरसैण!"


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